जैन दर्शन क्या है?
साधारणत: विष्णु को देवता मानने वाले को वैष्णव, शिव को शैव, शक्ति को माननेवाले को शाक्त कहते हैं, उसी प्रकार ‘जिन’ को देवता माननेवाले को जैन कहते हैं तथा उसके धर्म को जैनधर्म कहते...
साधारणत: विष्णु को देवता मानने वाले को वैष्णव, शिव को शैव, शक्ति को माननेवाले को शाक्त कहते हैं, उसी प्रकार ‘जिन’ को देवता माननेवाले को जैन कहते हैं तथा उसके धर्म को जैनधर्म कहते...
बौद्ध-धर्म के प्रवर्त्तक भगवान् बुद्ध थे । इनका जन्म वैशाली पूर्णिमा की 563 ई0 पू-नेपाल की तराई में स्थित कपिलवस्तु नामक नगर (लुम्बिनी बाग) में हुआ था। इनके पिता का नाम शुद्धोदन था तथा...
लियोपोल्ड वॉन रॉके History में आधुनिक शास्त्रीय अध्ययन और History लेखन की प्रणाली में पथप्रदर्शक की भूमिका 19 वीं शताब्दी के जर्मन विश्वविद्यालयों, विशेषकर, गॉन्टिनजेन विश्वविद्यालय ने निभाई थी। महानतम जर्मन Historyकार, वस्तुनिश्ठ History...
वास्तव में फ्रांस की क्रांति के कारण फ्रांस की पुरातन व्यवस्था ‘आसियां रिजीम’ में निहित थे। फ्रांस के अयोग्य King, सामन्तों और कुलीन वर्ग को प्राप्त विशेषाधिकारों के प्रति आक्रोश, राज्य की दयनीय आर्थिक...
गौरवपूर्ण क्रांति के उदार विचारों ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष Reseller से अमेरिकी और फ्रांसीसी क्रांति को प्रभावित Reseller और आगे चल कर समस्त विश्व में लोकतान्त्रिक व्यवस्था की स्थापना हेतु आन्दोलनों की पृष्ठभूमि तैयार...
अंग्रेजी का फासिज्म (Fascism) Word लैटिन भासा के ‘फासी’ Word से बना है जिसका Means छड़ियों का बण्डल या समूह और Single कुल्हाड़ी होता है। प्राचीन रोम वासी इसे अनुशासन का प्रतीक मानते थे....
नाज़ीवाद फासीवाद का ही Single उग्र Reseller है जिसको हिटलर ने जर्मनी में विकसित Reseller। नाज़ीवाद के अंतर्गत राष्ट्रवाद को सर्वोचता प्रदान की गई है, रजनी पाम दत्त के According इटली में फासीवाद आने...
सैन्यवाद उग्रराष्ट्रवाद के परिणाम स्वरुप उत्पन Single ऐसी विचारधारा और राजनैतिक गतिविधि है जिसके तहत सामाजिक जीवन के All पहलुओं, संस्कृति और राजनीति सैन्य मूल्य के अधीन हो जाता है। जिस किसी देश में...
ओशो ने जीवन के प्रारम्भिक काल में ही Single निभ्र्ाीक स्वतन्त्र आत्मा का परिचय दिया। खतरों से खेलना उन्हें प्रतिकार था। 100 फीट ऊँचे पुल से कूद कर बरSeven में उफनती नदी को तैर...
हिन्दू जाति व्यवस्था Single सामाजिक व्यवस्था है। यह वर्ण व्यवस्था का परिवर्तित Reseller है। वर्ण चार थे और इनका आधार श्रम विभाजन था। First तीन वर्ण-ब्राह्मण, क्षत्रिय तथा वैश्य द्विज कहलाते थे तथा चौथा...