मोल सिद्धांत क्या है ?

परमाणु द्रव्यमान इकार्इ (Atomic mass unit or amu)-

तत्वों के परमाणु द्रव्यमान ज्ञात करने के लिए आजकल कार्बन (जिसका परमाणु-द्रव्यमान 12 होता है) परमाणु के द्रव्यमान के 12 वे भाग को इकार्इ मान लिया गया है। इसे परमाणु-द्रव्यमान इकार्इ कहते है।

परमाणु द्रव्यमान इकार्इ के According परमाणु द्रव्यमान की परिभाषा इस प्रकार दी जाती है-

किसी तत्व का परमाणु द्रव्यमान Single संख्या है जो बताती है कि उस तत्व के Single परमाणु का द्रव्यमान कार्बन (परमाणु द्रव्यमान =12) के Single परमाणु के द्रव्यमान के 12 वें भाग से कितना गुना भारी है।
परमाणु – द्रव्यमान इकार्इ का मान
हम जानते हैं कि-

6-022X1023 कार्बन (12c) परमाणुओं का द्रव्यमान 12 ग्राम होता है,
  . .  1 कार्बन परमाणु का द्रव्यमान =12/6.022 X 1023 ग्राम
अत: Single परमाणु द्रव्यमान इकार्इ (उन = 12/6.022 X 1023 X 1/12
= 1.6603 x 10-24 ग्राम

ग्राम परमाणु या ग्राम परमाणु -द्रव्यमान (Gram atom or gram atomic mass) –

किसी तत्व के परमाणु द्रव्यमान को ग्राम में व्यक्त करने पर ग्राम परमाणु प्राप्त होता है ।
उदाहरण के लिए ऑक्सीजन का परमाणु द्रव्यमान 15.9994 है। अत: 15.9994 ग्राम ऑक्सीजन 1 ग्राम परमाणु होगा।

ग्राम परमाणु या ग्राम परमाणु -द्रव्यमान

तत्व का 1 ग्राम परमाणु = ग्राम में व्यक्त तत्व का परमाणु – द्रव्यमान = 6.022×1023 परमाणुओं का द्रव्यमान
इस आधार पर

1 ग्राम परमाणु हाइड्रोजन = 1.008 ग्राम हाइड्रोजन 
1 ग्राम परमाणु सोडियम = 22.9898 ग्राम सोडियम

आणविक द्रव्यमान Molecular mass 

परमाणु द्रव्यमान इकार्इ (amu) में व्यक्त किसी पदार्थ के Single अणु के माट को उसका आणविक द्रव्यमान (molecular mass) कहते है। आणविक द्रव्यमान की परिभाषा इस प्रकार दी जाती हैं।

किसी पदार्थ का आणविक द्रव्यमान Single संख्या है जो बताती है कि उस पदार्थ का Single अणु कार्बन (परमाणु द्रव्यमान =12 ) के Single परमाणु के द्रव्यमान के 12 वें भाग से कितना गुना भारी है।
अत: पदार्थ का आणविक द्रव्यमान

आणविक द्रव्यमान

किसी अणु का द्रव्यमान उस अणु में उपस्थित परमाणुओं के द्रव्यमानो के योगफल के बराबर होता है।

यदि पदार्थ का अणुसूत्र (molecular formula) ज्ञात हो तो उस अणु में उपस्थित परमाणुओं की संख्या और तत्वो के परमाणु – द्रव्यमानों की सहायता से आणविक द्रव्यमान की गणना की जा सकती है।
उदाहरण
(i) जल (H2O) का आणविक द्रव्यमान
     = (2×H का परमाणु द्रव्यमान) +(1×0 का प.द्र.)
     = (2×1.008) + 15.9994 =(2.016 + 15.9994
     = 18.0154 amu
(ii) कैल्सियम कार्बोनेट (CaCO3 ) का आणविक द्रव्यमान
     = Ca का प- द्र- + C का प- द्र- + (3×0 का प- द्र-)
     = 40.08 + 12.01115 + 3×15.9994
     = 40.08 + 12.01115 + 47.9982
     = 100.08935amu

ग्राम अणु या ग्राम आणविका द्रव्यमान Gram Molecular or Gram molecular mass 

ग्राम आणविक द्रव्यमान gram molecular weight – आणविक द्रव्यमान को ग्राम में व्यक्त करने पर वह ग्राम आणविक द्रव्यमान कहलाता है।
अत: Single मोल सल्फयूरिक अम्ल (H2SO4) = 98 ग्राम
अत:
ग्राम अणु या ग्राम आणविका द्रव्यमान

आयनी यौगिको के मोलर द्रव्यमान 

आयनी यौगिकों का मोलर द्रव्यमान उसके 6.022× 1023सूत्र इकाइयों का द्रव्यमान होता है इसे पदार्थ के इकार्इ सूत्र में उपस्थित आयनों के मोलर द्रव्यमानों का योग करके भी निकाला जा सकता है, ज्ञ2ैव्4 के लिए इसका परिकलन इस प्रकार होगा।

K2SO4 का मोलर द्रव्यमान  = (2×K+ का मोलर द्रव्यमान) (SO2- 4का मोलर द्रव्यमान)
= (2×ज्ञ़का मोलर द्रव्यमान)
    (S का मोलर द्रव्यमान  4 × 0 का मोलर द्रव्यमान)
= [(2×39.1) + (32.1 + 4 × 16 ] g mol-1]
= (78.2 + 32.1 + 64) g mol-1 = 174.3 g mol-1)

ग्राम आणविक आयतन Gram Molecular Volume 

सा. ता. दा. (STP) पर किसी गैस के Single मोल का आयतन 22.4 लीटर होता है और इस गैस में 6.022 × 1023 अणु रहते हैं इस आयतन को ग्राम आणविक आयतन कहते है। उदाहरण के लिए सा. ता. दा. पर 22.4 लीटर ऑक्सीजन का भार 32.00 ग्राम होता है तथा इसमें 6.022× 1023 अणु रहते हैं।

मोल Mole –

हम Single प्रकार की 12 वस्तुओ के समूह को 1 दर्जन (dozen) कहते हैं जैसे 1- दर्जन पुस्तक से तात्पर्य 12 पुस्तकों से तथा 1 दर्जन आम से 12 आमों से हैं। इसी प्रकर परमाणुओं, अणुओं तथा आयनों आदि की संख्या को गिनने के लिए रसायनज्ञ जिस इकार्इ का उपयोग करते हैं, उसे मोल कहते हैं। 1 मोल 6.02×1023कणों का समूह है।
अत: 1 मोल = 6.02×1023अणु परमाणु या आयन
आयनिक यौगिकों के लिए-

1 मोल Bacl2  = 137.34़2 × 35.45 =208.24 ग्राम
= (= 1 मोल Ba+ आयन +2 मोल CI- आयन
= [(2×39.1) + (32.1 + 4 × 16 ] g mol-1]
= (78.2 + 32.1 + 64) g mol-1 = 174.3 g mol-1)

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