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Indian Customer Meansव्यवस्था की मुख्य विशेषताएं 0

Indian Customer Meansव्यवस्था की मुख्य विशेषताएं

1. कृषि पर निर्भरता :- भारत की लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर आधारित है। कृषि का कुल राष्ट्रीय आय में 30 प्रतिशत का योगदान है। विकसित देशों में राष्ट्रीय आय में योगदान 2से...

आर्थिक वृद्धि और विकास 0

आर्थिक वृद्धि और विकास

आर्थिक वृद्धि किसी Meansव्यवस्था द्वारा उत्पादित वस्तुओं सेवाओं की कुल मात्रा में वृद्धि करना आर्थिक वृद्धि कहलाता है । यह वृद्धि निरतंर व दीर्घकाल तक जारी रहनी चाहिये । यदि आकस्मिक Reseller से वस्तुओं...

Meansव्यवस्था किसे कहते हैं? 0

Meansव्यवस्था किसे कहते हैं?

प्रत्येक Meansव्यवस्था का मुख्य उद्देश्य अपने देश में उपलब्ध सीमित साधनों के प्रयोग से Human की असीमित Needओं की संतुष्टि है। मनुष्य की Needएं वस्तुओं And सेवाओं के उत्पादन से संभव है। उत्पादन के...

कांच के प्रकार 0

कांच के प्रकार

बाजार में काँच के अनेक प्रकार उपलब्ध है। इसके साधारण खिड़की के शीशे से लेकर गोली रोधी कांच के Reseller में, विभिन्न अनुप्रयोग होते है। कुछ प्रकार के काँच और उनका उपयोग नीचे described...

बहुलक का वर्गीकरण 0

बहुलक का वर्गीकरण

उत्पति के आधार पर बहुलकों का वर्गीकरण – प्राकृतिक बहुलक – प्रकृति (पादप और जीवों) से प्राप्त बहुलक प्राकृतिक बहुलक होते हैं उदाहरणार्थ, स्टार्थ, सेल्यूलोज, प्राकृतिक रबर, प्रोटीन आदि। संश्लेषित बहुलक – प्रयोगशाला में विरचित किए...

आद्रता क्या है? 0

आद्रता क्या है?

वायुमण्डल में उपस्थित जलवाष्प को आद्रता कहते है। वायुमण्डल के संगठन में जलवाष्प का योग 2 प्रतिशत होता है। परन्तु यह मात्रा स्थान, स्थान पर बदलती रहती है जो शून्य से लेकर 5 प्रतिशत...

वायुमंडल की संCreation 0

वायुमंडल की संCreation

वायुमंडल में वायु की अनेक परतें हैं, जो घनत्व और तापमान की दृष्टि से Single-Second से बिल्कुल भिन्न हैं। सामान्यत: यह धरातल से लगभग 1600 कि.मी. की ऊँचार्इ तक फैला है। वायुमंडल के कुल...

ज्वालामुखी क्या है ? 0

ज्वालामुखी क्या है ?

ज्वालामुखी भूपर्पटी में वह छिद्र या द्वार होता है जिनके द्वारा शैल पदार्थ,शैल के टुकड़े, राख, जलवाष्प तथा अन्य गर्म गैसे धीरे-धीरे अथवा तेजी से उद्गार के समय निकलते है। ये पदार्थ के आंतरिक...

Earth की आंतरिक संCreation 0

Earth की आंतरिक संCreation

Earth के आन्तरिक भागों में तीन परतों को माना गया है। Earth के आन्तरिक भागों को देख पाना संभव नही है क्योंकि Earth बहुत बड़ा गोला है और इसके अन्दर की बनावट गहरार्इ बढ़ने...

जैव विकास के सिद्धांत, प्रमाण And मूलभूत कारक 0

जैव विकास के सिद्धांत, प्रमाण And मूलभूत कारक

जैव विकास- भूवैज्ञानिक काल के दौरान सरल प्रकार के पूर्वजों से ‘‘परिवर्तन’’ के फलस्वReseller जटिल जीवों का बनना विकास कहलाता है। जैव विकास के सिद्धांत – आज के विभिन्न जीव उसी Reseller में नहीं...