सामुदायिक संगठन में निपुणता
सामुदायिक संगठन में निपुणता का आशय
जॉनसन के According प्रत्येक व्यवसाय की अपनी-अपनी निपुणताएॅ होती हैं। निपुणताओं का मानकीकरण नहीं Reseller जा सकता। निपुणता में कार्यकर्त्ता और विषय की क्षमता सम्मिलित होती है उसके According क्षमता निम्न तरीकों से सामने आती है:-
- जिस तरीके से सौहार्द या घनिश्ठता स्थापित की जाती है:
- जिस तरीके से व्यक्तियों की अपनी भावनाओं को निर्मुक्त करने में और प्रतिरोध पर काबू पाने में सहायता दी जाती है:
- जिसे तरीके से व्यक्तियों को वैयत्तिक And सामाजिक प्रबोध का विकास करने और वांछित सामाजिक उद्देश्यों के लिये संप्रेरित Reseller जाता है;
- जिस तरीके से व्यक्तियों को अपने विचार स्पष्ट करने और अपने उद्देश्यों की व्याख्या करने में सहायता दी जाती है;
- जिस तरीके से समाज कल्याण सम्बन्धी Needओं, साधनों और कार्यक्रम का ज्ञान व्यक्तियों को उनके प्रयोग के लिये दिया जाता है;
- जिस तरीके से विचारों की Singleता और Singleीकरण प्रयास के आधार के Reseller में प्राप्त Reseller जाता है; और
- जिस तरीके के उद्देश्यों की ओर गति को बनाये रखा जाता है।
सामुदायिक संगठन में निपुणताओं और कार्यविधियों का History करते हुए राव ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में दक्षता से कार्य करने के लिए सामुदायिक कार्यकर्त्ता को समाज कार्य की मौलिक प्रणालियों में अपने प्रशिक्षण पर अधिक निर्भर रहना पड़ता है जिसमें उसकी मनोवृतियॉ, ज्ञान और प्रबोध और अभ्यास सम्मिलित होते है। सामुदायिक संगठन में कार्यकर्त्ता के ज्ञान का आधार सामुदायिक प्रक्रियाओं जैसे सामाजिक परिवर्तन, सामाजिक स्तरीकरण, नेतृत्व, सामूहिक गतिकी आदि पर होता है। सबसे अधिक महत्पूर्ण सामाजिक अन्त:क्रियाओं (सकारात्मक And नकारात्मक) और सामाजिक नियन्त्रण के साधनों का ज्ञान होता है। राव ने जॉनसन का हवाला देते हुए सामुदायिक संगठन कार्यकर्त्ता में कर्इ प्रकार की निपुणताओं का होना अनिवार्य बताया है जैसे (1) व्यक्तियों, समूहों और समुदाय के आन्तरिक सम्बन्धों का निर्माण और उन्हें बनाये रखने की योग्यता; (2) उर्पयुक्त समय को देखकर व्यावसायिक निर्णय के प्रयोग की मौलिक निपुणता; (3) समुदाय में रूचि के कम होने या समाप्त होने के प्रति संवेदनशीलता (4) समुदाय के कल्याण सम्बन्धी योजना को कब आरम्भ Reseller जाए और कब प्रयास को रोका जाए, इसकी सूझ-बूझ; और (5) सामान्य उद्देश्यों के लिये सामूहिक चिंतन को विकसित करने और उसका प्रयोग करने में निपुणताओं में राव ने जिनको माना है वह है:-
साक्षात्कार और परामर्श में निपुणता
Single समाज कार्यकर्ता को साक्षात्कार And परामर्श सम्बन्घी समस्त जानकारी होनी चाहिये ताकि वह साक्षात्कार के दौरान उन All पहलुओं को शामिल कर सकें जो उस कार्य हेतु अति आवश्यक है और जो उद्देश्य पूर्ति हेतु सहजता प्रदान करते हैं। Single सामुदायिक कार्यकर्ता को साक्षात्कार की निपुणताओं And कौशलों का बड़ी निपुणता से पालन करना चाहिए। समुदाय की Needओं And समस्याओं का पूर्ण ज्ञान होना चाहिये। परामर्श के दौरान निश्पक्षता से कार्य संपादित करना चाहिये। कि कुशल परामर्शदाता सदैव ही परामर्श की कुशलताओं का प्रयोग करते हुए कार्य करता है।
अभिलेखन And प्रतिवेदन में निपुणता
प्रत्येक कार्य की कुशलता इस बात पर निर्भर करती है कि उसका अभिलेखन कितने प्रभावी ढ़ग से And कुशाग्रता से Reseller गया है। अभिलेखन की प्रभाविकता से ही कार्य संपादन And सार्थकता प्राप्त की जा सकती है।Single कुशल अभिलेखनकर्ता को ,अभिलेखन के 51 दौरान समाज कार्य की निपुणताओं का पूर्ण ज्ञान आवश्यक होता है जिसके द्वारा अभिलेखन को प्रभावी ढ़ग से सम्पादित Reseller जा सकता है।अभिलेखन And प्रतिवेदन की निपुणता से Single समाज कार्य कर्ता अपने कार्यकुशलताओं का प्रयोग करते हुए कार्य प्रतिपादित करता है।
अनुसंधान की विधियों में निपुणता
आंकडे Singleत्रित करते समय समाज कार्य कर्ता अनुसंधान की प्रविधियों का प्रयोग करता है जिससे उसे कार्य क्षेत्र से सम्बधित तथ्यपरक And वास्तविक आंकडे Singleत्रित किये जा। प्राथमिक And द्वितीय आंकडों के संग्रहण में अनुसंधान कर्ता को क्षेत्र से सम्बन्धित आंकड़ों के संग्रहण में प्राथमिक And द्वितीय विधियों का प्रयोग करता है।जो कि आगे चलकर समस्या समाधान में प्रभावकारी भूमिका निभातें है। अत: Single समाज कार्य कर्ता को आंकडों के संग्रहण के दौरान अनुसंधान की प्रविधियों का प्रयोग करते हुए तथ्यों का संग्रहण करना चाहिये जो कि वास्तविक अनुसंधान में सहायक सिद्द होते है।
नीति निर्धारण
Single समाज कार्य कर्ता को नीति निर्धारण के समय वस्तुनिश्ठता के साथ कार्य सम्पादित करना चाहिये क्योंकि Single सामाजिक कार्य कर्ता नीति निर्धारण के समय समस्या के समस्त पहलुओं के ज्ञान के पश्चात ही नीति का निर्धारण करता है जोकि उसे समस्या समाधान में सहायक होती है।
कार्यक्रम नियोजन, कल्याण साधनों का न्यायोचित आवंटन
कार्यक्रम नियोजन में Single सामाजिक कार्य कर्ता का यह सर्वोपरि दायित्व होता है कि वह कार्यक्रम नियोजन के समय बिना भेदभाव के कल्याण के साधनों का न्यायोचित आवंटन करें ताकि लाभ का अंश All में समान Reseller से वितरित हो सके। समुदाय की Needओं को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम नियोजन Reseller जाना चाहिये।
कमेटी संगठन, प्रKingीय कार्यविधियों में निपुणता
Single सामाजिक कार्य कर्ता को सामुदायिक संगठन की प्रभाविकता को बनाए रखने के लिए And कल्याण के साधनों का न्यायोचित आवंटन करने हेतु प्रKingीय कार्यविधियों में निपुणता होना अति आवश्यक है जिससे कि Single सामाजिक कार्य कर्ता सरकारी योजनाओं से सामुदायिक जन को लाभान्वित करा सके And सरकारी योजनाओं का सामुदायिक स्तर पर समानता से वितरण करा सकने में सार्मथ्यदाता की भूमिका निभाना तथा लोगों को सरकारी योजनाओं से अवगत कराना ताकि वे अपना लाभ सुनिश्चत कर सके।
सामाजिक नीति के निर्धारण में विधायिक स्तरों का ज्ञान
कर्इ बार देखने में आता है कि सामुदायिक स्तर पर योजनाओं के लाभान्वितों को लाभ का पूरा अंश नहीं मिल पाता है And स्थानीय स्तर पर अनेक प्रकार के भ्रष्टाचार व्याप्त रहते है 52 जिससे लाभ सही Reseller् में आम जन तक नहीं पहुॅच पाता है अत: ऐसे में यदि Single सामुदायिक कार्य कर्ता को योजनाओं की पूर्ण जानकारी And विधायिक स्तरों का ज्ञान होगा तो सामुदायिक स्तर पर योजनाओं के लाभ को आम हित तक सुनिश्ति Reseller जा सकेगा।
सामुदायिक संगठन में कार्यकर्ता की भूमिका
All समाज कार्य की भाँति सामुदायिक संगठन कार्य में भी सम्बन्धों का कुशलतापूर्वक प्रयोग Single प्रमुख उपकरण के Reseller में Reseller जाता है जिससे कार्यकर्ता अधिक संतोशजनक रहन-सहन की प्राप्ति के लिए अपने आप का चतन और नियत्रित प्रयोग सुदाय की सहायता के लिए करता है। व्यक्तिगत समाज कार्य कार्यकर्ता और समूह समाज कार्यकर्ता की भाँति उसे भी अपने आपक ाक और पनी सम्प्रेरणाओं का ज्ञान होना चाहिए और नियत्रंण और जोड-तोड़ की भावनाओं का ज्ञान होना चाहिए। उन परिस्थितियों में जब समुदाय में उचच स्तरीय सरकारी और निजी संस्थाएँहों और उनमें समन्वय हो तो कार्यकर्ता में प्रशासन, वित्त, कमेटी कार्य नियोजान और नीति को कार्य Reseller देने की निपुणता और अनुभव भी होना चाहिए।
कार्यकर्ता समुदाय को अपनी Needओं की पूर्ति में सहायता देता है उसे पूरे समुदाय या उस भाग, जिसमें उसे कार्य करने को कहा गया है, का पूरा ज्ञान होना चाहिए। उसे अपनी और समुदाय क प्राधिकार की प्रकृति का ज्ञान होना चाहिए। से इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि किस प्रकार व्यक्तियों और समूहों क साथ कार्य Reseller जाता है और उसके कार्य करने का क्या उद्देश्य है। वह व्यक्तियों और उनके औपचारिक और अनौपचारिक संगठनों को साथ मिलने और आपस में सहयोग करने मे सहायता देता है। सामुदायिक संगठन में विभिन्न प्रकर के क्रियाकलाप और विधियाँ सम्मिलित हैं। इसमें कर्इ प्रकार के कार्य करने पड़ते हैं। इन कार्यो को सफलता से करने के लिये कार्यकर्ता को कर्इ प्रकार ज्ञान और अनुभव की Need पड़ती है। कार्यकर्ता के व्यक्तिगत गुण और विशेषताएँ, सामान्य शिक्षा और अनुभव मिलकर उसे समुदाय में अपनी भूमिका निभाने में सहायता करते हैं। डनहम के According कार्यकर्ता को अपनी भूमिका को सफलता से निभाने के लिये निम्नलिखित बातों की आवश्कता पड़ती है –
- व्यक्तियों से निपटने के लिये अनुभव की Need।
- समाज कल्याण क्षेत्र और स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के समाज कल्याण साधनों का अच्छा कार्यात्मक ज्ञान ।
- सामुदायिक संगठन का प्रबोध और कार्यात्मक ज्ञान सामुदायिक संगठन के अभ्यास में निपुणता ।
- व्यक्तिगत गुण जैसे-र्इमानदारी,हिम्मत,सवेगात्मक संतुलन And समायोजन कल्पना, वस्तुनिश्ठता आदि।
- सामुदायिक संगठन का Single ठोस दर्शनशास्त्र।
रौस ने सामुदायिक संगठन में व्यावसायिक कार्यकर्ता की चार प्रमुख भूमिकाएँ बतायी हैं –
- कार्यकर्ता Single पथ प्रदर्शक के Reseller में
- Single सामथ्र्यदाता के Reseller में
- Single विशेषज्ञ के Reseller में
- Single सामाजिक चिकित्सक के Reseller में
1. कार्यकर्ता Single पथ प्रदर्शक के Reseller में :सामुदायिक संगठन में व्यावसायिक कार्यकर्ता Single पथ प्रदर्शक के Reseller में प्राथमिक भूमिका निभाता हुआ समुदाय को अपने उद्देश्यों को निश्चित करने और प्राप्त करने में साधनों का पता लगाने में सहायता करता है। समुदाय को अपने विकास को खुद निर्धारित की गयी दिशा की ओर बढ़ने में सहायता देता है। अपने ज्ञान और भूतपूर्व अनुभव के आधार पर समुदाय को अपनी दिशा को चयन करने में सहायता देता है। वह समुदाय को अपने निजी स्वार्थो के लिए उपयोग नहीं करता और न ही अपने स्वार्थ के लिए समुदाय में जोड़-तोड़ करता है। पथ प्रदर्शक के Reseller में उसकी भूमिका निम्नलिखित दृष्टिकोण लिये होती है।
- पहल :पथ प्रदर्शक की भूमिका में हस्तक्षेप न करने की नीति नहीं होती। यदि कोर्इ समुदाय सहायता लेने खुद नहीं आता तो कार्यकर्ता खुद समुदाय के पा पहुचने में पहल करता है, वहस् थानीयय पहल को प्रोत्साहन देता है पर Single निश्क्रिय व्यक्ति नहीं बना रहता। कुछ परिस्थितियों में वह समुदाय में असन्तोष की भावना लाने में पहल करता है। जिससे समुदाय की अवांछनीय दशाओं में सुधार लाया जा सकें।
- वस्तुनिश्ठा: वह समुदाय की दशाओं के प्रति वस्तुनिश्ठता का भाव रखता है।
- समुदाय से तादात्मीकरणरू वह समुदाय के किसी Single भाग के साथ नहीं मिलता। वह समूह की अपेक्षा सम्पूर्ण समुदाय में अपने आपको सम्मिलित करता है और इस प्रकर किसी Single भाग या किसी Single समूह या वर्ग के चुंगल में नहीं फंसता।भूमिका की स्वीकृति: कार्यकर्ता अपनी भूमिका को स्वीकार करता है और उसे आसानी और सुखद भावना से निभाता है।
- भूमिका के MeansनिResellerण : कार्यकर्ता अपनी भूमिका के Means स्पष्ट करता है जिससे वह समुदाय द्वारा ठीक से समझी जा सकें।
2. Single सामथ्र्यदाता के Reseller में : सामथ्र्यदाता के Reseller में कार्यकर्ता की भूमिका केवल संगठन की प्रक्रिया को सफल बनाना है। परन्तु यह भूमिक इतनी ही विस्तृत एव जटिल होती है जितनी कोर्इ परिस्थिति जटिल होती है। यह भूमिका निम्नलिखित दृष्टिकोण लिए होती हे।
- असंतोश को केन्द्रित करना : कार्यकर्ता समुदाय की दशाओं के प्रति असंतोश को जागृत करके और उस केन्द्रित करने में समुदाय की सहायता करता है। वह समुदाय के सदस्यों को अपने भीतर झांकने में और सामुदायिक जीवन के विषय में अपनी गहन भावनओ की खोज करने में सहायता देत है और उन्हें इन भावनाओं के स्फुटीकरण में सहायता देता है। जिन बातों के विषय में घोर मतभेद होता है उनका स्पष्टीकरण करता है और समुदाय में सहयोग की भावना का विकास करने में सहायता देता है।संगठन को प्रोत्साहित करना: बहुत से समुदाय ऐसे होते हैं जो आसानी से संगठित होने की दिशा में नहीं चल पाते। नगरीय समुदायों में उदासीनता का Single सामाजिक दोष होता है और इसके साथ शिथिलता का तत्व होता है। इसलिए कार्यकर्ता का समुदाय में धैर्य के साथ संगठन लाने में सहायता करनी चाहिए क्योंकि इस प्रकार के समुदायों में सामुदायिक संगठन की प्रक्रिया बहुत धीमे-धीमे होती है।
- अच्छे अन्र्तवयैक्तिक सम्बन्धों को बढ़ावा देना: कार्यकर्ता समुदाय के सदस्यों के अच्छे अन्र्तवैयक्तिक सम्बन्धों के प्रति संतुष्टि की मात्रा को बढ़ाने और सहकारिता की भावना में वृद्धि करने में सहायता देता है। सामुदायिक संगठन के First चरणो में कार्यकर्ता ही विभिन्न समूहों के बीच Single मात्र कड़ी के Reseller में कार्य करता है और विभिन्न समूहों के आपस में मिलने का माध्यम बनता है।
- सामान्य उद्देश्यों पर बल: व्यावसायिक कार्यकर्ता समुदायिक साधनां और प्रभावशाली नियोजन का विकास करने के लिए सामान्य उद्देश्यों की पूर्ति पर बल देता है। Single सामर्थदाता के Reseller में कार्यकर्ता की भूमिका समुदाय के नेताओं के माध्यम से समुदाय को अपनी समर्थताओं की िनुयक्ति में सहायता देना है। वह व्यक्तियों को सामाकि समस्याओं के विषय में अपनी चिन्ता व्यक्त करने का अवसर देता है। समुदाय को Singleत्र करता ह और प्रयासा में सहाकारिता लाकर संतुष्टि प्राप्त करने में सहायता देता है। वह खुद समुदाय का नेतृत्व नहीं करता। वह केवल स्थानीय प्रयास को ही प्रोत्साहन देता है। वह समुदाय में संगठन और क्रिया या प्रयास करने का उत्तरदायित्व नहीं लेता वरन् समुदाय के सदस्य जो इसका उत्तरदायित्व ग्रहण करते है उन्हें उत्साह और सहयोग देता है।
3. कार्यकर्ता Single विशेषज्ञ के Reseller में : Single विशेषज्ञ के Reseller में कार्यकर्ता समुदाय की सूचना और अनुभव के आधार पर परामर्श देता है। विशेषज्ञ के Reseller में वह अनुसंधान के निश्कर्श या अनुसंधान पर आधारित सूचनाएॅं, प्राविधिक अनुभव, साधन सामग्री, कार्य प्रणालियों के विषय में परामर्श आदि उपलब्ध करता है। वह समुदाय को उससे सम्बन्धित तथ्यों और साधनों का ज्ञान कराता है। समुदाय को क्या करना और क्या नही करना चाहिए इस सम्बन्धी सिफारिष नहीं करता बल्कि ऐसी सूचना और सामग्री उपलब्ध कराता है जिसके आधार पर समुदाय खुद निर्णय ले कि उसे क्या करना चाहिए। Single विशेषज्ञ के Reseller में वह सामाजिक तथ्यों को समुदाय के सामने रखता है। कार्यकर्ता की यह भूमिका निम्नलिखित दृष्टिकोण लिये होती है।
- सामुदायिक निदान: कार्यकर्ता समुदाय के विश्लेषण And निदान में Single विशेषज्ञ के Reseller में सहायता देता है। बहुत से समुदाय अपनी संCreation और संगठन का ज्ञान नहीं रखते। कार्यकर्ता समुदाय की विशेषताओं को समुदाय को बताता है।
- अनुसंधान निपुणता : कार्यकर्ता को अनुसंधान की विधियों में निपुण होना चाहिये स्वतन्त्र Reseller से समुदाय के अध्ययन और अनुसंधान नीति के प्रतिपादन के योग्य होना चाहिए।
- Second समुदाय के विषय में जानकारी : कार्यकर्ता को अन्य समुदायों में हुए अध्ययन, अनुसंधान और प्रयोगात्मक कार्यो का पूरा ज्ञान होना चाहिये । इन पर आधारित उपयोगी सिद्धान्तों के विषय में उसे समुदाय को जानकारी देनी चाहिए जिससे वह अन्य समुदायों के अनुभवों से लाभाविन्त हो सके और उन गलतियों से बच सके जो Second समुदायों ने की हो।
- प्रणालियों या विधियों सम्बन्धी परामर्श : कार्यकर्ता को संगठन और इसकी कार्यविधियों का विशेष ज्ञान (expert knowledge) होता है। वह सामुदाकि संगठन के First चरणों में समुदाय के All प्रमुख समूहों को प्रतिनिधत्व देने की सलाह दे सकता है।
- प्राविधिक सूचना : कार्यकर्ता को पूर्ण जानकारी होनी चाहिए जिससे वह तकनीकी योजनाओं में साधन सामग्री समुदाय को दे सके। Meansात् से ज्ञान होना चाहिये कि कौन सी सामग्री या पदार्थ जो परियोजना के लिए आवश्यक है, कहा और कैसे मिल सकते है। उसे सरकारी विभागों, निजी संस्थाओं, अन्र्तराष्ट्रीय संगठनों और विशेषज्ञों की सेवाएँ प्राप्त करन के पूरे तरीकों का ज्ञान होना चाहिए।
- मूल्याकंन : सामुदायिक संगठन में जो भी सामूहिक कार्य किये जाते हं ै उनका मूल्यांकन समुदाय के सामने रखने की योग्यता उसमें होनी चाहिए।
4. कार्यकर्ता Single सामाजिक चिकित्सक के Reseller में: समुदाय में कुछ व्यावसायिक कार्यकर्ता Single सामाजिक चिकित्स के Reseller में कार्य करते हैं। चिकित्सा का Means यहाँ सामुदायिक चिकित्सा से है। यह चिकित्सा समुदाय के स्त पर होती है। इसका Means सम्पूर्ण समुदाय का निदान और उपचार है। कार्यकर्ता उन सामाजिक शक्तियों And निशेध विचारें का पता लगाता है जो समुदाय में विघटन लाते है और संघर्श उत्पन्न करते है। Single सामाजिक चिकित्सक के Reseller में वह समुदाय को यह बताता है कि वह संघर्श को किस प्रकार दूर करे और किस प्रकार समुदाय में Singleता और अनुResellerता उत्पन्न करें। समुदाय के निदान के लिए उसे सम्पूर्ण समुदाय या उसके विभिन्न भागों की उत्पत्ति और History का ज्ञान होना चाहिये तथा उसे समुदाय की प्रकृति और विशेषताओं का ज्ञान होना चाहियें।