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रवीन्द्रनाथ टैगोर का जीवन परिचय And शिक्षा दर्शन 0

रवीन्द्रनाथ टैगोर का जीवन परिचय And शिक्षा दर्शन

रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म बंगाल के Single अत्यंत ही सम्पन्न And सुसंस्कृत परिवार में 6 मर्इ, 1861 को हुआ था। धर्मपरायणता, साहित्य में अभिरूचि तथा कलाप्रियता उन्हें विरासत में मिली। वे महर्षि देवेन्द्रनाथ टैगोर...

महामना पं0 मदनमोहन मालवीय का जीवन परिचय 0

महामना पं0 मदनमोहन मालवीय का जीवन परिचय

महामना के समय भारत की राजनीतिक-सामाजिक स्थिति  पूरी उन्नीसवीं शताब्दी भारत में अंग्रेजी साम्राज्य के विस्तार का History है। इस शताब्दी में लगभग संपूर्ण भारत पर अंग्रेजो का प्रभुत्व स्थापित हो गया। देशी रियासतों...

भारत में सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य के क्षेत्र 0

भारत में सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य के क्षेत्र

सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य में समाज कार्य की Single प्रणाली के Reseller में विकास के साथ-साथ इसकी प्रविधियों, आधारभूत मूल्यों, धारणाओं तथा कार्य पद्धति में अन्तर आता गया। प्रारम्भ में वैयक्तिक सेवा कार्य का...

प्रबंध में श्रमिकों की सहभागिता का Means 0

प्रबंध में श्रमिकों की सहभागिता का Means

औद्योगिक संबंध के दो महत्वपूर्ण पहलू होते है। ये है- संघर्ष तथा सहयोग के पहलू। आधुनिक उद्योग प्रबंध और श्रम के सहयोग के कारण ही चलते रहते हैं यह सहयोग नियोजन में अनौपचारिक Reseller...

कर्मचारी भविष्य-निधि And प्रकीर्ण प्रावधान अधिनियम, 1952 0

कर्मचारी भविष्य-निधि And प्रकीर्ण प्रावधान अधिनियम, 1952

अधिनियम का नाम, विस्तार, उद्देश्य तथा लागू होना  औद्योगिक विकास के साथ ही कुछ नियोजकों ने अपने कर्मकारों के कल्याण के लिए भविष्य निधि स्कीम लागू किये। लेकिन ऐसी योजनाएं शुद्ध Reseller से प्राइवेट...

योगवशिष्ठ में योग का स्वReseller 0

योगवशिष्ठ में योग का स्वReseller

योगवशिष्ठ में योग का स्वReseller  योग वशिष्ठ योग का Single महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ है। अन्य योग ग्रन्थों की भाँति योग वशिष्ठ में भी योग के विभिन्न स्वReseller जैसे- चित्तवृत्ति, यम-स्वReseller, नियम-स्वReseller, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, ध्यान,...

यजुर्वेद की शाखाएं, And भेद 0

यजुर्वेद की शाखाएं, And भेद

यजुर्वेद की शाखाएं काण्यसंहिता-  शुक्ल यजुर्वेद की प्रधान शाखायें माध्यन्दिन तथा काण्व है। काण्व शाखा का प्रचार आज कल महाराष्ट्र प्रान् तमें ही है और माध्यन्दिन शाखा का उतर भारत में, परन्तु प्राचीन काल...

प्रथा का Means And परिभाषा 0

प्रथा का Means And परिभाषा

समाज से मान्यता प्राप्त, पीढ़ी-दर-पीढ़ी हस्तान्तरित होने वाली सुव्यवस्थित, दृढ़ जनरीतियां ही ‘प्रथाएं’ कहलाती हैं। प्रथा वास्तव में सामाजिक क्रिया करने की, स्थापित व मान्य विधि है; और लोग इसे इसलिए मानते हैं कि...

लॉर्ड डलहौजी की हड़प नीति 0

लॉर्ड डलहौजी की हड़प नीति

1848 र्इ. से 1856 र्इ. का काल ब्रिटिश कालीन भारत के History में अत्यन्त महत्वपूर्ण माना जाता है। इस काल में लॉर्ड डलहौजी भारत का गवर्नर जनरल रहा। वह बहुत ही सक्रिय प्रKing था,...

1857 का विद्रोह : स्वReseller, कारण And परिणाम 0

1857 का विद्रोह : स्वReseller, कारण And परिणाम

Indian Customer राष्ट्रीय आंदोलन Indian Customerों द्वारा स्वत्रतंता प्राप्ति के लिए किये गये संग्राम का History है। यह संग्राम ब्रिटिश सत्ता की गुलामी से मुक्ति पाने के लिए Indian Customerों द्वारा संचालित And संगठित...