Category: हठयोग

समाधि के प्रकार – 0

समाधि के प्रकार –

समाधि के प्रकार By Bandey December 20, 2019December 20, 2019 अनुक्रम समाधि के प्रकार समाधि के छह प्रकार बताए हैं वे हैं- ध्यान योग समाधि, नाद योग समाधि, रसानंद योग समाधि, लयसिद्धि योग समाधि,...

कपालभाति के प्रकार, क्रियाविधि और उसके लाभ 0

कपालभाति के प्रकार, क्रियाविधि और उसके लाभ

कपालभाति के प्रकार, क्रियाविधि और उसके लाभ By Bandey December 19, 2019December 19, 2019 अनुक्रम कपालभाति षटकर्मों की अन्तिम क्रिया है। कपाल का Means है मस्तिष्क, व भॉंति का Means होता है चमकाना, Meansात...

त्राटक क्रिया – 0

त्राटक क्रिया –

त्राटक क्रिया By Bandey December 19, 2019December 19, 2019 अनुक्रम त्राटक शुद्धिकरण की पॉंचवी प्रक्रिया है। त्राटक का Means है किसी Single वस्तु या प्रतीक को लगातार देखते रहना। त्राटक का Single Means है...

वस्ति क्या है? – 0

वस्ति क्या है? –

वस्ति क्या है? By Bandey December 19, 2019December 19, 2019 अनुक्रम वस्ति नाम बड़ी आंत के लिए प्रयुक्त होता है । इस अभ्यास में गुदा द्वारा वायु अथवा जल को खीचा जाता है जिससे...

धौति के प्रकार – 0

धौति के प्रकार –

धौति के प्रकार By Bandey December 18, 2019December 18, 2019 अनुक्रम धौति Meansात धोना वाहय Reseller से शरीर की शुद्धि के लिए हम तरह−तरह के उपाय करते हैं जैसे स्नान इत्यादि। पर अन्त:करण की...

हठयोग क्या है ? 0

हठयोग क्या है ?

सामान्य Reseller से हठयोग का Means व्यक्ति जिदपूर्वक हठपूर्वक किए जाने वाले अभ्यास से लेता है Meansात किसी अभ्यास को जबरदस्ती करने के Means में हठयोग जिदपूर्वक जबरदस्ती की जाने वाली क्रिया है। हठयोग...

हठयोग साधना के ऐतिहासिक विकास And परम्परा 0

हठयोग साधना के ऐतिहासिक विकास And परम्परा

हठयोग साधना के ऐतिहासिक विकास  हठयोग साधना के ऐतिहासिक विकास को हम दो परम्पराओं में बाँट सकतें है:- (1) परम्परानुसार विकास (2) ऐतिहासिक And पुरातात्विक विकास। परम्परानुसार विकास –   परम्परानुसार हठ्योग साधना के विकास...

हठयोग साधना की परम्परा और ऐतिहासिक विकास 0

हठयोग साधना की परम्परा और ऐतिहासिक विकास

हठयोग साधना की परम्परा हठयोग साधना का अन्तिम लक्ष्य महाबोध समाधि है। हठयोग साधना की परम्परा में हठयोग के आदि उपदेष्टा योगीश्वर भगवान शिव से प्रारम्भ होती है। अन्य योगों की परम्परा की तरह...