Category: योग

श्यामाचरण लाहिड़ी का जीवन परिचय 0

श्यामाचरण लाहिड़ी का जीवन परिचय

श्यामाचरण लाहिड़ी का जीवन परिचय By Bandey December 21, 2019December 21, 2019 अनुक्रम लाहिड़ी महाशय का जन्म 30 सितम्बर, 1828 ई. में नदिया सिले के धुरणी गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम...

समाधि के प्रकार – 0

समाधि के प्रकार –

समाधि के प्रकार By Bandey December 20, 2019December 20, 2019 अनुक्रम समाधि के प्रकार समाधि के छह प्रकार बताए हैं वे हैं- ध्यान योग समाधि, नाद योग समाधि, रसानंद योग समाधि, लयसिद्धि योग समाधि,...

प्राणायाम के प्रकार – 0

प्राणायाम के प्रकार –

प्राणायाम के प्रकार By Bandey December 20, 2019December 20, 2019 अनुक्रम प्राणायाम योग का Single प्रमुख अंग है। हठयोग And अष्टांग योग दोनों में इसे स्थान दिया गया है। महर्षि पतंजलि ने अष्टांग योग...

कपालभाति के प्रकार, क्रियाविधि और उसके लाभ 0

कपालभाति के प्रकार, क्रियाविधि और उसके लाभ

कपालभाति के प्रकार, क्रियाविधि और उसके लाभ By Bandey December 19, 2019December 19, 2019 अनुक्रम कपालभाति षटकर्मों की अन्तिम क्रिया है। कपाल का Means है मस्तिष्क, व भॉंति का Means होता है चमकाना, Meansात...

त्राटक क्रिया – 0

त्राटक क्रिया –

त्राटक क्रिया By Bandey December 19, 2019December 19, 2019 अनुक्रम त्राटक शुद्धिकरण की पॉंचवी प्रक्रिया है। त्राटक का Means है किसी Single वस्तु या प्रतीक को लगातार देखते रहना। त्राटक का Single Means है...

नौलि क्रिया के प्रकार, क्रिया की विधि और उसके लाभ 0

नौलि क्रिया के प्रकार, क्रिया की विधि और उसके लाभ

नौलि क्रिया के प्रकार, क्रिया की विधि और उसके लाभ By Bandey December 19, 2019December 19, 2019 अनुक्रम नौलि (लौलिकी) षटकर्मो में शुद्धिकरण की चौथी प्रक्रिया है। नौलि क्रिया अग्निसार का ही Single प्रकार...

वस्ति क्या है? – 0

वस्ति क्या है? –

वस्ति क्या है? By Bandey December 19, 2019December 19, 2019 अनुक्रम वस्ति नाम बड़ी आंत के लिए प्रयुक्त होता है । इस अभ्यास में गुदा द्वारा वायु अथवा जल को खीचा जाता है जिससे...

योग का Means, परिभाषा महत्व और उद्देश्य 0

योग का Means, परिभाषा महत्व और उद्देश्य

ज्ञान का मूल वेदों में निहित है। दार्शनिक चिन्तन तथा वैदिक ज्ञान का निचोड आत्म तत्व की प्राप्ति है। आत्मतत्व की प्राप्ति का साधन योग विद्या के Reseller में इनमें (वेद) उपलब्ध है। योगसाधना...

योग का उद्भव And विकास 0

योग का उद्भव And विकास

योग Indian Customer संस्कृति का Single आधार स्तम्भ हैं । जो प्राचिन काल से आधुनिक काल तक हमारे काल से जुडा हुआ है । इस योग का महत्व प्राचिन काल से भी था तथा...

योग में साधक And बाधक तत्व 0

योग में साधक And बाधक तत्व

योग Word का Means संस्कृत भाषा के युज् धातु से निश्पन्न होने के साथ विभिन्न ग्रन्थों के According योग की परिभाषाओं का अध्ययन Reseller गया। योग साधना के मार्ग में साधक के लिए साधना...