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संगीत का Means, परिभाषा And मुख्य तत्व 0

संगीत का Means, परिभाषा And मुख्य तत्व

संगीत की व्युत्पति “सम् गै (गाना) + कत” है Meansात् ‘गै’ धातु में ‘सम’ उपसर्ग लगाने से यह Word बनता है। ‘गै’ का Means है – ‘गाना’ और सम (सं) Single अव्यय, है, जिसका...

Meansव्यवस्था का Means, विशेषताएं And प्रकार 0

Meansव्यवस्था का Means, विशेषताएं And प्रकार

Meansव्यवस्था Humanीय Needओं की संतुष्टि करने के लिये Single Human निर्मित संगठन है। ए.जे. ब्राउन के According, ‘‘Meansव्यवस्था Single ऐसी पद्धति है जिसके द्वारा लोग जीविका प्राप्त करते हैं।’’ जिस विधि से मनुष्य जीविका...

Indian Customer दर्शन क्या है? 0

Indian Customer दर्शन क्या है?

Indian Customer दर्शन अध्यात्म विद्या है। भारत में दर्शनशास्त्र मूल Reseller से आध्यात्मिक है। ‘दर्शन’ Word दर्शनार्थक दृश् धातु से बनता है जिसका Means है देखना या अवलोकन करना। अत: इसका व्युत्पत्तिलभ्य Means Reseller...

सांख्य दर्शन क्या है? 0

सांख्य दर्शन क्या है?

भगवान् महामुनि कपिल द्वारा विरचित सांख्य-दर्शन सम्भवत: भारत का प्राचीनतम दर्शन है। श्रुति, स्मृति, रामायण, महाभारत आदि पुरातन कृतियों में सांख्य-योग के विचारों के अनेकों उदाहरण मिलते हैं। यथा-’’तत्कारण सांख्ययोगाधिगम्यम्’’ अथवा ‘‘नास्ति सांख्यसमं ज्ञान्...

वेदान्त दर्शन क्या है? 0

वेदान्त दर्शन क्या है?

वेद के अन्तिम भाग को वेदान्त कहते हैं। वेद के दो भाग हैं- मंत्र और ब्राह्यण ‘‘मंत्राब्राह्मणात्मको वेद:’’। किसी देवता को स्तुति में होने वाले Means स्मारक वाक्या को मंत्र कहते हैं तथा यज्ञानुष्ठानादि...

चार्वाक दर्शन क्या है? 0

चार्वाक दर्शन क्या है?

लोक में अन्यन्त प्रिय लोकायत- दर्शन ही चार्वाक-दर्शन कहलाता है। देवताओं के गुरू बृहस्पति द्वारा प्रणीत होने के कारण इसका नाम बार्हस्पत्य-दर्शन है। ईश्वर और वेद के प्रामाण्य का सर्वथा खण्डन करने के कारण...

जैन दर्शन क्या है? 0

जैन दर्शन क्या है?

साधारणत: विष्णु को देवता मानने वाले को वैष्णव, शिव को शैव, शक्ति को माननेवाले को शाक्त कहते हैं, उसी प्रकार ‘जिन’ को देवता माननेवाले को जैन कहते हैं तथा उसके धर्म को जैनधर्म कहते...

बौद्ध दर्शन का Means, चार आर्य सत्य And सम्प्रदाय 0

बौद्ध दर्शन का Means, चार आर्य सत्य And सम्प्रदाय

बौद्ध-धर्म के प्रवर्त्तक भगवान् बुद्ध थे । इनका जन्म वैशाली पूर्णिमा की 563 ई0 पू-नेपाल की तराई में स्थित कपिलवस्तु नामक नगर (लुम्बिनी बाग) में हुआ था। इनके पिता का नाम शुद्धोदन था तथा...

लियोपोल्ड वॉन रांके का जीवन परिचय तथा उसकी Creationएं 0

लियोपोल्ड वॉन रांके का जीवन परिचय तथा उसकी Creationएं

लियोपोल्ड वॉन रॉके History में आधुनिक शास्त्रीय अध्ययन और History लेखन की प्रणाली में पथप्रदर्शक की भूमिका 19 वीं शताब्दी के जर्मन विश्वविद्यालयों, विशेषकर, गॉन्टिनजेन विश्वविद्यालय ने निभाई थी। महानतम जर्मन Historyकार, वस्तुनिश्ठ History...

फ्रांस की क्रांति 1789 के कारण And प्रमुख घटनायें 0

फ्रांस की क्रांति 1789 के कारण And प्रमुख घटनायें

वास्तव में फ्रांस की क्रांति के कारण फ्रांस की पुरातन व्यवस्था ‘आसियां रिजीम’ में निहित थे। फ्रांस के अयोग्य King, सामन्तों और कुलीन वर्ग को प्राप्त विशेषाधिकारों के प्रति आक्रोश, राज्य की दयनीय आर्थिक...