Monthly Archive: July 2019

Indian Customer विज्ञापन परिषद की आचार संहिता 0

Indian Customer विज्ञापन परिषद की आचार संहिता

विज्ञापन कंपनियां विज्ञापन को आकर्षक बनाने की होड़ में कर्इ बार नैतिकता की सीमाओं का उल्लंघन करने लगती हैं। विज्ञापन में उत्तेजक और अश्लील दृश्य, अतिकल्पना, असत्य सूचनाओं, द्विMeansी संवादों आदि का प्रयोग करते...

जनसंपर्क क्या है ? 0

जनसंपर्क क्या है ?

जनसंपर्क का Means है जनता से संपर्क। जनता से यह सम्पर्क क्यों Reseller जाता है, किस उद्देश्य के लिये Reseller जाता है ? इससे क्या लाभ-हानि होती है यह सब जनसंपर्क के अन्र्तगत आता...

वायु प्रदूषण के प्रभाव And स्रोत 0

वायु प्रदूषण के प्रभाव And स्रोत

वायुमडंल में विशाल गैसे Single निश्चित मात्रा और अनुपात में होती है, जब वायु के अवयवों में अवांछित तत्व प्रवेश कर जाते है तो उसका मौलिक सतुंलन बिगड जाता है। इसका प्रभाव विभिन्न जीव-जन्तुओं,...

जनसंपर्क के उद्देश्य 0

जनसंपर्क के उद्देश्य

जनसंपर्क का क्षेत्र आज बेहद बड़ा गया हो गया है। इसके अंतर्गत नए नए प्रयोग हो रहे है और इससे जनसंपर्क के उद्देश्यों का दायरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। जनसंपर्क Single कार्य...

लोकमत और लोक सम्पर्क 0

लोकमत और लोक सम्पर्क

वेबस्टर (Webster) New International Dictionary में लोकसम्पर्क की परिभाषा इस प्रकार दी गयी है- ‘‘कोर्इ उद्योग, यूनियन कार्पोरेशन, व्यवसाय, संस्कार या अन्य संस्था जब अपने ग्राहकों, कर्मचारियों, हिस्सेदारों या जनसाधारण के साथ स्वस्थ और...

रेडियोधर्मी प्रदूषण के दुष्प्रभाव 0

रेडियोधर्मी प्रदूषण के दुष्प्रभाव

Human स्वास्थ पर प्रभाव –  रेडियोधर्मी पदार्थ से परमाणु केन्द्रकों से अल्फा, बीटा या गामा आदि कण किरणाों के Reseller में निकलते हैं आयनीकरण द्वारा नाभिकीय विकिरण जीवित ऊतकों के जटिल अणुओं को विघटित...

राष्ट्रीय आय की अवधारणा 0

राष्ट्रीय आय की अवधारणा

राष्ट्रीय आय की सही जानकारी तब तक सम्भव नहीं हो सकती जब तक कि राष्ट्रीय आय से सम्बिन्ध्त कुछ महत्वपूर्ण अवधारणाओं क समुचित अध्ययन कर लिया जाय। राष्ट्रीय आय के विशेषज्ञों ने Meansव्यवस्था की...

जन्म पूर्व शारीरिक विकास 0

जन्म पूर्व शारीरिक विकास

ज्यों ही अण्ड शुक्राणु से मिलकर निशेचित होता है, त्यों ही Human जीवन का प्रारम्भ हो जाता है। निशेचित अण्ड First दो कोषों में विभाजित होता है, जिसमे से प्रत्येक कोष पुन: दो-दो में...

शैशवावस्था में शारीरिक विकास 0

शैशवावस्था में शारीरिक विकास

सामान्यता: मनोवैज्ञानिकों ने शैशवावस्था का Means उस अवस्था से लगाया जो औसतन जन्म से 5-6 वर्ष तक चलती है। एडलर के According “शैशवावस्था द्वारा जीवन का पूरा क्रम नििश्न्चत होता है। शैशवावस्था में विशेषकर...

बाल्यावस्था में शारीरिक विकास 0

बाल्यावस्था में शारीरिक विकास

छ: वर्ष की आयु से लेकर बारह वर्ष की आयु तक की अवधि बाल्यावस्था कहलाती है। बाल्यावस्था के First तीन वर्षो के दौरान Meansात 6 से 9 वर्ष की आयु तक शारीरिक विकास तीव्र...