Monthly Archive: July 2019

सामाजिक विधान का Means, परिभाषा, क्षेत्र And Need 0

सामाजिक विधान का Means, परिभाषा, क्षेत्र And Need

सामाजिक विधान का Means And परिभाषा  योजना आयोग के According ‘‘प्रचलित कानूनों तथा वर्तमान Needओं के बीच दूरी को कम करने वाले विधान को सामाजिक विधान कहा जा सकता है।’’ गंग्राडे तथा बत्रा के...

पल्लव वंश का History 0

पल्लव वंश का History

पल्लव भी स्थानीय कबीले के लोग थे । इन्होंने दक्षिणी आंध्र और उत्तरी तमिलनाडु में अपना राज्य स्थापित Reseller था । वे स्वयं को ब्राम्हण मानते थे । इन्होंने कांचीपुरम को अपनी राजधानी बनाया...

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महिलाओं से संबंधित कानून

यह अधिनियम पूरे भारत वर्ष में महिला कर्मचारियों पर लागू होता है। यह अधिनिमय अधिकतम 12 सप्ताह का अवकाश उन महिलाओं को प्रदान करता है जो मातृत्व सुख प्राप्त करती है। यह लाभ प्राप्त करने...

राष्ट्रकूट वंश History 0

राष्ट्रकूट वंश History

राष्ट्रकूट वंश वाले बादामी के चालुक्यों के सामन्त थे । राष्ट्रकूट वंश का First प्रसिद्ध King दंतिदुर्ग था। उसने अपने अधिराज विक्रमादित्य First की सहायता उस समय की थी जब वह पल्लवों से Fight...

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चोल वंश क्या है ?

पल्लव और पाण्डय जैसे अधिक शक्तिशाली राज्यों के उदय के कारण चोल वंश को अनेक वर्षो तक ग्रहण सा लगा रहा । इन शक्तियों के पतन के साथ ही चोल Single बार फिर उभरे...

सामुदायिक विकास का Means, परिभाषा 0

सामुदायिक विकास का Means, परिभाषा

शाब्दिक Reseller से सामुदायिक विकास का Means- समुदाय का विकास या प्रगति। इसके पश्चात भी सामुदायिक विकास की अवधारणा इतनी व्यापक और जटिल है कि इसे केवल परिभाषा द्वारा ही स्पष्ट कर सकना बहुत...

इस्लाम धर्म का उदय And विस्तार 0

इस्लाम धर्म का उदय And विस्तार

इस्लाम धर्म के उदय के पूर्व अरबवासी मूर्तिपूजक थे । वे अनेक कबीलों में बंटे हुए थे । प्रत्येक कबीले का Single नेता (सरदार) था । मुहम्मद साहब का जन्म (570-632 र्इ) हुआ था...

तुगलक वंश क्या है ? 0

तुगलक वंश क्या है ?

गयासुदु्दीन तुगलक (1320-1325 ई.) तुगलक वंश का संस्थापक गाजी मलिक था । वह 1320 र्इ. में गयासुद्दीन तुगलक शाह के नाम से गद्दी पर बैठा था ।गयासुद्ददीन तुगलक ने सुल्तान अलाउद्दीन खलजी के शासन...

दिल्ली सल्तनत के पतन के कारण 0

दिल्ली सल्तनत के पतन के कारण

दिल्ली सल्तनत के पतन के कारण- स्थायी सेना समाप्त करना – फिरोज शाह तुगलक ने स्थायी सेना समाप्त करके सामन्ती सेना का गठन Reseller । सैनिकों के वेतन समाप्त कर के ग्रामीण क्षेत्रों में...

ज्वार भाटा के लाभ 0

ज्वार भाटा के लाभ

ज्वार भाटा के लाभ ज्वार भाटा के लाभ लाभदायक प्रभाव – (1) व्यापारिक लाभ-  ज्वार-भाटा से सागरों में हलचल होती रहती है, जिससे सागर हिमावृत होने से बचे रहते हैं और उनमें जल यातायात...