सार्वजनिक पुस्तकालयों में संदर्भ सेवा किस तरह काम करती है?
सार्वजनिक पुस्तकालयों में संदर्भ सेवा किस तरह काम करती है?
सार्वजनिक पुस्तकालय बिना किसी भेद भाव के सामान्य जनता को सुविधा And सेवा प्रदान करते हैं । सार्वजनिक पुस्तकालयों का मूल उद्देश्य समस्त नागरिकों को आजीवन स्वशिक्षा की सुविधा प्रदान करना है ताकि वे जिम्मेदार नागरिक बन सकें । ये पुस्तकालय पाठकों को मनोरंजन, सूचना, प्रेरणा And शिक्षा की सुविधा And सेवा प्रदान करने को सदैव तत्पर रहते हैं । पुस्तकालय में उपलब्ध सामग्री पाठकों के ज्ञानवर्धक करने And सूचना प्रदान दे लिए Singleत्रित होती है। उपयोगकर्ताओं को उपलब्ध सामग्री का उपयोग करने हेतु व्यक्तिगत सहायता उपलब्ध होती हैं जिससे कि पुस्तकालयों के उपयोग में आनी वाली कठिनाइयों को दूर Reseller जा सके ।
इन पुस्तकालयों के उपयोगकर्ता भिन्न-भिन्न व्यवसाय, शैक्षिक पृष्ठभूमि, उम्र, विषय, रुचि, लिंग आदि के होते हैं । उदाहरणार्थ इनमें विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय विद्यार्थी, शोधकर्ता, व्यवसायी वर्ग, नेता, उद्योगपति, गृहणियां, सेवानिवृत्त व्यक्ति, वकील, स्थानीय निकाय या सरकार के प्रतिनिधि, कर्मचारी आदि होते हैं । उपयोगकर्ताओं को मुख्यतः दो भागों में बाँटा जा सकता है।
1. सामान्य पाठक : वे पाठक जो प्रायः अपने खाली समय का सदुपयोग करने हेतु पुस्तकालय आते हैं, ताकि यहाँ बैठकर या पाठ्य सामग्री घर ले जाकर, अपना ज्ञानवर्धन, मनोरंजन कर सके ।
2. विशिष्ट पाठक : इस श्रेणी में शिक्षार्थी, व्यवसायी आदि होते हैं, जिनको विशिष्ट विषय की सूचना की Need होती है । इस श्रेणी के पाठकों के लिए अन्य स्रोतों से जानकारी । सूचना प्राप्त करना भी संभव है । ये पाठक अपनी आवश्यक सूचना की जानकारी पुस्तकालय से खोज स्वयं भी कर सकते हैं, किन्तु अगर समय की दृष्टि से उपयोगी हो तो ये पुस्तकालय कर्मचारियों की सहायता भी लेते हैं ।
4. विशिष्ट पुस्तकालयों में संदर्भ सेवा
उपयोगकर्ताओं की Need को ध्यान में रखते हुए इन पुस्तकालयों में संदर्भ सेवा सीमा निश्चित की जाती है । इनकी Needएं व्यापक होती है तथा सदैव अनिश्चितता रहती है । अतः संदर्भ सेवा की सीमा व क्षेत्र निश्चित करने के लिए आवश्यक है कि पाठक सर्वेक्षण कार्य Reseller जावे, तत्पश्चात ही उनकी Needनुसार पूर्ति हेतु सेवाओं का उचित प्रावधान Reseller जावे।
अतः सार्वजनिक पुस्तकालय के पुस्तकालयाध्यक्ष And संदर्भ कर्मियों के लिए यह आवश्यक है कि वे पुस्तकालय से संबंधित क्षेत्र And जनसमूह का अध्ययन And सर्वेक्षण करें तथा उनकी Need, अभिरुचि, क्रिया कलाप, कारोबार, जीवन वृत्तियां, स्थानीय संस्थाओं, व्यावसायिक अभिरुचि, सामाजिक And धार्मिक संस्थाओं से भलिभांति परिचित हो, जिससे संदर्भ सेवा के माध्यम से इन पुस्तकालयों को वास्तविक सामुदायिक सूचना केन्द्र के Reseller में परिणत Reseller जा सके ।
सार्वजनिक पुस्तकालयों में जिस तरह जानकारी या सूचना पाठकों द्वारा पूछी जाती है, उन्हें तीन श्रेणियों में विभाजित Reseller जा सकता है:
(1) तथ्यात्मक प्रश्न जिनका संबंध किसी स्थानीय व्यक्ति, तथ्य या आकडों, आदि से होता है, तथा जिनके उत्तर परम्परागत संदर्भ ग्रंथों की सहायता से अल्प समय में दिया जा सकता है । इनमें से कई प्रश्नों के उत्तर पुस्तकालयाध्यक्ष या कर्मचारी अपनी व्यक्तिगत जानकारी अनुभव अनुभव के आधार पर दे सकते हैं ।
(2) ऐसे प्रश्न, जिनके उत्तर And संदर्भ पुस्तक में नहीं मिलते हैं तथा इनके लिए कई पुस्तकों में से सूचना खोजनी And Singleत्र करनी होती है ।
(3) ऐसे प्रश्न, जिन पर सूचना प्राप्त करने के लिए कई प्रकार की पाठ्य सामग्री को देखना पड़ता है । इसमें अधिक समय लगता है । जिसमें न केवल संदर्भ पुस्तक बल्कि अखबारों से कतरन, सामयिकीयों से लेख व अन्य स्रोतों से सूचना Singleत्र करना आवश्यक होता है, जिसमें पुस्तकालय कर्मी सहायता करते हैं ।
Single सार्वजनिक पुस्तकालय निम्न प्रकार की सेवाएं देता है:
1. सामान्य जानकारी And तथ्यात्मक सूचनाः इस हेतु संदर्भ विभाग में Single पूछताछ कक्ष
या डेस्क का प्रावधान कर दिया जाता है | पाठक दूरभाष, स्वयं उपस्थित होकर या डाक द्वारा प्रश्नों को उपस्थित कर्मचारी से पूछ सकता है । आवश्यक संदर्भ ग्रंथों की सहायता से वह व्यक्ति इन प्रश्नों का उत्तर देता है ।
2. परिचयात्मक सेवा: First बार पुस्तकालय में आने वाले पाठकों को पुस्तकालय के विभागों, सेवाओं, संग्रह, आदि से परिचित कराया जाता है ताकि वे पुस्तकालय का उपयोग ठीक से कर सकें । इसके लिए पाठकों को मुद्रित हस्त-पुस्तिका भी दी जाती है। जिसमें पुस्तकालय की अंतरिक व्यवस्था, पाठ्य-सामग्री के प्रकार व उनके व्यवस्थापन विधि का पूर्ण description होता है | परिचय करवाने के लिए फिल्म, प्रोजेक्टर आदि का भी प्रयोग Reseller जा सकता है । इस प्रकार नये पाठक धीरे- धीरे पुस्तकालय का उपयोग करना सीख जायेंगे । परामर्श सेवा : चूंकि इन पुस्तकालयों में पाठक विभिन्न श्रेणी के होते हैं, जिनमें बच्चे, गृहणियाँ, नवसाक्षर आदि भी शामिल होते हैं । संदर्भ कर्मचारियों को व्यक्तिगत Reseller से पाठ्य सामग्री के चयन में परामर्श देना होता है, उनकी Need And स्तर के अनुReseller उन्हें पुस्तकें खोजने में मदद भी करनी चाहिए । आवश्यक हो तो ऐसी पुस्तकों की सूची प्रदान की जावे जो उनकी Need के अनुReseller हो । पाठ्य सामग्री के उपयोग में सहायता : पाठकों को पाठ्य सामग्री का उपयोग का तरीका भी सिखाया जाना चाहिए | संदर्भ ग्रंथों का व्यवस्थापन किस प्रकार Reseller जाता है? अनुक्रमणिका की मदद से वांछनीय सूचना किस प्रकार प्राप्त की जा सकती है? आदि की जानकारी पाठकों को दिया जाना आवश्यक हो जाता है, जिससे वे वांछित सूचना कम समय में खोज सके, प्रलेख के विभिन्न भागों का सही उपयोग कर सकें, तथा पाठ्य सामग्री की सूची बना सके । यह सहायता व्यक्तिगत Reseller से दी जाती है ।
5. सूचना सेवा :
कई बार पाठकों को नई सूचना की Need होती है, तथा उनके पास
समयाभाव होता है। कई बार वे संदर्भ ग्रंथों का उपयोग भी नई सूचना प्राप्त करने के लिए ठीक से नहीं कर पाते ऐसी स्थिति में ऐसे पाठकों को नवीनतम जानकारी And सूचनाएं प्रदान करना इस विभाग के कर्मचारियों की जिम्मेदारी होती है ।
उपरोक्त संदर्भ सेवाओं को प्रदान करने के लिए आवश्यक है कि पुस्तकालय में उत्कृष्ट संदर्भ ग्रंथों का संग्रह हो । स्थानीय History, कला, शैक्षिक, व्यवसाय, संस्कृति, आदि से संबंधित जानकारी प्रदान करने वाली पुस्तकें पुस्तकालय में आवश्यक Reseller से उपलब्ध होनी चाहिए | साथ ही विभिन्न स्रोतों जैसे अखबारों, पत्रिकाओं, आदि से स्थानीय महत्व के लेखों को सदैव Singleत्रित कर संदर्भ विभाग से नवीनतम जारी प्रदान करने का प्रयास करना चाहिए | ऐसी जानकारी /सूचना Singleत्रित करते वक्त पाठकों की Need को सदैव सर्वोपरि रखना चाहिए ।