कार्य description क्या है ?
कार्य description कार्य को प्रस्तुत करने की Single विशिष्ट प्रणाली होती है। यह कार्य का विस्तृत Reseller दर्शाने की Single प्रत्यक्ष विधि है जिससे कर्मचारी को क्या करना है? इसका ज्ञान हो जाता है। इसे सरल ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रमापित प्राReseller होता है। इसकी सहायता से सन्दर्भ शीघ्र मिल जाता है। इससे शंकाओं का निदान होता है तथा थोड़े स्थान में All सूचना प्रस्तुत कर दी जाती है। कार्य description के सम्बन्ध में विद्वानों ने परिभाषाएं निम्न प्रकार दी हैं-
- पीगर्स And मायर्स (Pigors and Myers) – के According, ‘‘कार्य description दिये हुये कार्य अथवा स्थिति के अन्तर्गत आने वाले विभिन्न कर्तव्यों, जिम्मेदारियों और संगठनात्मक सम्बन्धों का लिखित सारांश है। यह कार्य विभाजन तथा उत्तरदायित्व के क्षेत्र को परिभाषित करता है।
- बैथेल , अटवाटर, स्मिथ एव स्टकेकमेन (Bethel, Atwater, Smith and Stack man) – के According, ‘‘कार्य description वास्तव में कार्य विश्लेषण का सार तत्व है जो कार्य को भली भॉंति पहचानने में कार्य विश्लेषक की सहायता करता है।’’
- कमिगं (Cuming) – के According, ‘‘कार्य description Single विशिष्ट कार्य के उद्देश्यों, क्षेत्र, कर्तव्यों और उत्तरदायित्वों का व्यापक विवेचन है।’’
- फ्लप्पो के According ‘‘कार्य description, कार्य विश्लेषण का First और तात्कालिक उत्पादन है। इसके शीर्षक से ही पता लगता है कि यह description प्रकृति से ही वर्णनात्मक है तथा विद्यमान और संगत कार्य तथ्यों के अभिलेख का निर्माण करता है।’’
कार्य description का लाभ
- कर्मचारियों के चुनाव And नियुुक्ति मे सहायता – कार्य description साक्षात्कार के समय प्रबन्धकों को सहायता प्रदान करता है। विशेषत: उस स्थिति में अधिक सहायक होता है जब प्रार्थना पत्र ही चयन का माध्यम हो। कार्य description, प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने वाले व्यक्तियों की छंटनी में सहायक होता है।
- प्रशिक्षण मे सहायता – विस्ततृ कार्य description उपलब्ध होने के पर प्रशिक्षणार्थी को उसके कार्य के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा सकता है।
- नये कर्मचारियों को कार्य परिचय देने मेंं सुुविधा – पर्यवेक्षक तथा प्रबन्धक को नये कर्मचारी के लिए कार्य परिचय कराते समय अधिक कष्ट नहीं उठाना पड़ता है।
- स्थानान्तरण, पदोन्नति And पदावनति सम्बन्धी निर्णर्ययों मे सहायता- इससे प्रबन्धकों को औचित्य का निर्धारण करने तथा श्रम संघों के सामने स्थिति स्पष्ट करने में किसी प्रकार की कठिनार्इ का अनुभव नहीं करना पड़ता है।
- श्रम असंतोष में कमी तथा कर्र्मचारी शिकायतो का निराकरण- विस्तृत कार्य description उपलब्ध होने पर कर्मचारी को कार्य करने अथवा नहीं करने, कार्यक्षेत्र निर्धारित करने, आदि के बारे में अपने विवेक का प्रयोग नहीं करना पड़ता। इससे श्रमिक असन्तोष में कमी हो जाती है। औद्योगिक सम्बन्ध अच्छे रह सकते हैं तथा विवाद या तो उत्पन्न ही नहीं होते या उनका समाधान आसानी से हो जाता है।
- वेतन अथवा मजदूरी निर्र्धारण आसान – कार्य की जटिलता And विवधता के आधार पर कर्मचारी का वेतन अथवा मजदूरी निर्धारण आसान हो जाता है। कार्य description स्पष्ट नहीं होने पर ऐसी कठिनाइयाँ उत्पन्न हो जाती हैं।
- व्यावसायिक सलाह आदि में सुुविधा – कमर्चारी की याग्ेयताओ के According अधिक सरल तथा अनुकूल कार्य सौंपने के लिए कार्य description काफी लाभदायक सिद्ध होता है।
यह Single महत्वपूर्ण description तालिका है जिसमें कार्य विश्लेषण सम्बन्धी विस्तृत ब्यौरा मिलता है तथा Single कार्य विशिष्ट की तुलना Second कार्य से करने में सहायता मिलती है। यह पत्रक बताता है कि क्या करना है? तथा क्यों करना है? description में सामान्य जानकारी यह भी होती है कि कार्य कहॉं करना है?
अच्छे कार्य description की विशेषताएँ
- कार्य description विस्तृत होना चाहिए।
- कार्य के उद्देश्यों के अनुकूल प्रत्येक कार्य And उपकार्य की सीमाओं का स्पष्ट History होना चाहिए।
- कार्य description लोचदार होना चाहिए Meansात समय समय पर इसमें Needनुसार परिवर्तन Reseller जाना सम्भव हो।
- कार्य description की जानकारी All कर्मचारियों को होनी चाहिए।
- कार्य शीर्षक स्पष्ट And स्वयं समझाने वाला होना चाहिए।
- कार्य निष्पादन में सामान्यत: अपेक्षित शुद्धता And सतर्कता की मात्रा प्रतिशत में स्पष्ट होनी चाहिए।
- कार्य description में कर्तव्यों And उत्तरदायित्वों का स्पष्ट History होना चाहिए।
- विश्लेषक की दृष्टि से कार्य description All प्रकार की जानकारी देने में समर्थ होना चाहिए Meansात description पत्रक में सूचना प्राप्त करने के उपरान्त कार्य विश्लेषक अपना पूरा प्रतिवेदन तैयार कर सकें।
- कार्य description में विशिष्ट कार्य परिस्थितियों, उसके अनुकूल कर्मचारी गुणों तथा अपेक्षित विशिष्टताओं का विस्तृत स्पष्टीकरण होना चाहिए।
- कार्य description सरल और बोधगम्य होना चाहिए जिससे केवल नियोक्ता और कर्मचारी ही कार्य परिचय प्राप्त करने में समर्थ नहीं हो अपितु उनके सम्पर्क में आने वाले अन्य व्यक्ति भी सही कार्य परिचय प्राप्त कर सकें।